नागरिकता कानून किसी नागरिक के खिलाफ नहीं -भूपेन्द्र यादव

दिल्ली। शनिवार का दिन भी नागरिकता संशोधन एक्ट के विरोध में रहा।बिहार में राजद ने बिहार बंद का आह्वान किया था और हमेशा की तरह गुंडई का बोलबाला रहा। शांतिपूर्ण बंद के आह्वान के वावजूद जमकर तोड़फोड़ की गई।नागरिकता कानून के विरोध में भाजपा शाषित राज में हिंसा को अंजाम दिया जा रहा है तथा आंदोलनकारी में ज्यादातर लोंगो को ये भी पता नहीं है कि वे किस कारण उसमें शामिल है।नागरिकता कानून को लेकर भ्रम फ़ैलाने का आरोप कांग्रेस पे लगते हुए भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेन्द्र यादव ने कहा जब मनमोहन सिंह विपक्ष के नेता के रूप में पाकिस्तान ,बंगलादेश और अफगानिस्तान से धार्मिक आधार पर प्रताड़ित भारत आये शरणार्थी को नागरिकता दिए जाने की मांग की थी तो अब क्या कांग्रेस का स्टैंड बदल गया है?भाजपा के जनसम्पर्क उन्होंने कांग्रेस के ओवरसीज इकाई द्वारा विदेशी दूतावासों में इस पर विरोध जताने को लेकर अपनी नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि  भारत की छवि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करने का प्रयास कांग्रेस कर रही है जो अति निंदनीय है। 


भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने नागरिकता कानून पर ममता बनर्जी के यूएनओ वाले बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए उनसे माफ़ी मांगने को कहा।उन्होंने विपक्ष के तमाम नेताओं को आड़े हाथ लेते हुए कहा की वे भ्रम फैला कर मुस्लिम समाज को नहीं भटकायें सीएए और एनआरसी दो अलग विधान हैं लेकिन हताश विपक्ष इसे एक दुसरे से जोड़कर उहापोह की स्थिति बनाने पर तुला है जिसकी जितनी निंदा की जाय कम है। हम इस सच्चाई से मुँह नहीं मोड़ सकते कि पूर्व में भी नागरिकता दी गई है। क्या कांग्रेस और वो तमाम विपक्ष जो आज इसका विरोध कर रहे हैं वो उनसे नागरिकता वापस लेना चाहती है जिन्हे पूर्व में नागरिकता दी जा चुकी है ?उन्होंने भाजपा की योजनाओं को बताते हुए कहा कि अगले 10 दिनों तक भाजपा गली गली जा कर सीएए के बारे में उन सभी लोंगो को बताएगी कि नागरिकता कानून से किसी की नागरिकता नहीं छिनी जाएगी। भाजपा के जनसम्पर्क अभियान को प्रभावी बनाने को नुक्कड़ सभा के साथ साथ अनेक संवाददाता सम्मलेन भी आयोजित किये जायेंगे।