यह दयनीय है कि पीने का साफ पानी भी दिल्ली में उपलब्ध नहीं -दिल्ली मेडिकल फोरम
दिल्ली।दिल्ली मेडिकल फोरम के डॉक्टरों ने आज दिल्ली में गंदे पानी से बढ़ती बीमारियों की समस्या को लेकर प्रेस वार्ता की। इस प्रेस वार्ता में डॉक्टरों ने बताया कि कैसे दिल्ली का जहरीला पानी हर उम्र की लोगों के लिए हानिकारक है और ये दिल्लीवासियों के लिए कितना नुकसानदेह है। दिल्ली मेडिकल फोरम के संयोजक एवं वरिष्ठ सर्जन डॉ. हरीश गुप्ता के नेतृत्व में इस प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में डीएमए के अध्यक्ष एवं फिजिशियन डॉ. बी.बी. वाधवा, गैस्ट्रोइन्ट्रोलोजिस्ट डॉ. के.एन सिंघला, डॉ. मानव वाधवान, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण खिलानी, फिजिशियन डॉ. प्रकाश गेरा, कार्डियोलोजिस्ट डॉ. मनोज कुमार ने हिस्सा लिया. जल ही जीवन है, अगर साफ पानी ही ना मिले तो लोगों का जीना मुश्किल हो जाएगा। इस वक्त दिल्ली का पानी देश का सबसे प्रदूषित पानी है लेकिन दिल्ली की सरकार इस मुद्दे को सुलझाने की जगह आरोप-प्रत्यारोप में लगी हुई है। ये दिल्ली के लोगों के प्रति सरकार की उदासीनता है।





डीएमए के अध्यक्ष एवं फिजिशियन डॉ. बी.बी. वाधवा ने कहा कि इलाज के लिए जिन क्षेत्रों से लोग आते हैं वो अधिकतर पानी की बीमारियों से ग्रसित होते हैं। गैस्ट्रोइन्ट्रोलोजिस्ट डॉ. के.एन सिंघला और डॉ. मानव वधावां ने कहा कि गंदे पानी को पीने से लिवर की बीमारियां, हेपेटाईटिस ए और ई, गैस्ट्रिक, हैजा, टाइफाइड, डायरिया जैसी बीमारियां होती हैं।


शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण खिलानी और फिजिशियन डॉ. प्रकाश गेरा ने कहा कि दिल्ली में पानी से होने वाली बीमारियों से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है जिसमें एक्यूट डायरिया के मरीज सबसे ज्यादा हैं। दिल्ली में एक साल में 1 लाख से ज्यादा एक्यूट डायरिया के केस दर्ज किए गए। अगर हम 5 साल की मृत्यु दर के कारण को देखते हैं तो डायरिया इसका प्रमुख कारण है। यह दयनीय है कि पीने का साफ पानी, जो एक बुनियादी मानव अधिकार है, अभी तक देश की राजधानी में उपलब्ध नहीं है। डायरिया के अलावा, टाइफाइड, हैजा और अमीबियासिस जैसी बीमारियां दिल्ली में फैली है। 


कार्डियोलोजिस्ट डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि हम ये जानकारी देना चाहते हैं कि लोगों को इन जन्मजात बीमारियों के संकेत और लक्षणों के बारे में पता होना चाहिए जैसे पेट दर्द, उल्टी आना, काले मल में खून निकलना, लगातार बुखार में उतार-चढ़ाब, मल या उल्टी में कीड़ा निकलना। हम लोगों से तत्काल स्वास्थ्य सुविधा से चिकित्सा सलाह लेने का आग्रह करते हैं।







वरिष्ठ सर्जन और दिल्ली मेडिकल फोरम के संयोजक डॉ. हरीश गुप्ता ने कहा कि हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि बिना किसी आर.ओ. और वाटर प्यूरीफायर के दिल्ली के नल के पानी को पीने लायक बनाने की अभियान की शुरुआत करें। इस अभियान की शुरुआत सरकारी कार्यालयों से होनी चाहिए। निवासियों को पीने के लिए साफ पानी ना होने की स्थिति में उनकी जलापूर्ति की कॉल करने के लिए पर्याप्त हेल्प लाइन होनी चाहिए। समाज के लिए विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए महंगे वॉटर प्यूरीफायर को खरीदना असंभव है।