आज 24 और ट्रैन मुम्बई से बिहार आएगी-अनुपम कुमार

पटना।  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर सचिव सूचना एवं जन-सम्पर्क अनुपम कुमार ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यों के सम्बन्ध में अद्यतन जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण की अद्यतन स्थिति को लेकर माननीय मुख्यमंत्री  के स्तर पर लगातार गहन समीक्षा की जा रही है और लोगों को सहायता प्रदान करने के लिये सभी आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं। आज भी माननीय मुख्यमंत्री द्वारा मुख्य सचिव के साथ पूरी स्थिति की समीक्षा की गयी। विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक बिहार आ रहे हैं, उन सभी को रिसीव किया जा रहा है और हर इच्छुक व्यक्ति को यथाशीघ्र लाने के लिए पूरी क्षमता के साथ कार्य किया जा रहा है। इसके लिए पर्याप्त संख्या में ट्रेनें चलाई जा रही है। मुख्य सचिव ने कहा है कि बिहार सरकार का स्पष्ट निर्णय है कि बिहार से बाहर फंसे बिहार के सभी इच्छुक लोगों को वापस लाया जायेगा महाराष्ट्र सरकार प्रवासी बिहारियों को महाराष्ट्र से वापस भेजने के लिये जितनी भी संख्या में ट्रेनें भेजना चाहती है, भेज सकती है। आज तक महाराष्ट्र से कुल 130 ट्रेनें बिहार आ चुकी है, जिसके माध्यम से 1 लाख 93 हजार 761 बिहार के लोग महाराष्ट्र से बिहार आ गये हैं। इसके अतिरिक्त 28 मई तक के लिये कुल 38 ट्रेनें शिडयूल्ड की जा चुकी हैं। वर्तमान में महाराष्ट्र सरकार द्वारा आज 24 ट्रेनों को बिहार भेजने के संदर्भ में सूचना दी गयी हैअगर महाराष्ट्र सरकार इससे ज्यादा संख्या में भी ट्रेनें भेजना चाहती है तो भेज सकती है। हमें कोई समस्या नहीं है, हम पूरी तरह तैयार हैं।अनुपम कुमार ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि जितने भी लोग बाहर से आये हैं उन सबकी डोर टू डोर स्क्रीनिंग की जाय तत्पश्चात डोर टू डोर स्क्रीनिंग के बाद इसका फॉलोअप भी किया जाय। यानी जितना अधिक संभव हो, हम ट्रैकिंग करें।  टेस्टिंग क्षमता 10,000 तक बढ़ाने पर विशेष बल दिया गया है ताकि अधिक से अधिक टेस्ट कर कोरोना संक्रमण का जो चेन है, उसे हम जल्द से जल्द रोक सकें। प्रवासी श्रमिकों के लगातार कॉल्स/ मैसेजज आ रहे हैं और अभी तक लगभग 2 लाख 30 हजार कॉल्स/ मैसेजज आये हैं जिनमे 30 लाख 85 हजार लोग सम्मिलित हैं। राशन कार्ड विहीन परिवारों के लिए अभी तक 10 लाख 5 हजार नये राशन कार्ड बनाये जा चुके हैं। असामयिक वर्षापात और ओलावृष्टि के कारण फरवरी, मार्च और अप्रैल माह में बड़े पैमान पर फसल क्षति हुई थी,किसानों को फसल क्षति के लिए कृषि इनपुट अनुदान उपलब्ध कराने हेतु तीन चरणों में 730 करोड़ रूपये की राशि स्वीकृत की गयी जिसमे फरवरी के लिए 60 करोड़, मार्च के 518.42 करोड़ और अप्रैल के लिए 151.53 करोड़ रूपये की स्वीकृति शामिल है।