दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी ने गुरु अर्जन देव जी का शहीदी दिवस श्रद्धापूर्वक मनाया

           # पूरी दुनिया ने सिखों की मानवता के प्रति की जा रही सेवा की प्रशंसा कीः मनजिंदर सिंह सिरसा
नई दिल्ली।
 पंचम पातशाही, शहीदों के सरताज साहिब श्री गुरु अर्जन देव जी का शहीदी पर्व दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा श्रद्धा व आदरपूर्वक मनाया गया। दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के अलग-अलग गुरुद्वारा साहिबान में आज इस मौके पर रखे गये श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अखंड पाठ साहिब के भोग डाले गये व पश्चात रागी सिंहों द्वारा गुरुबाणी कीर्तन किया गया।
श्री अकाल तख्त साहिब के जथेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह जी के आदेशानुसार संगत ने अपने घरों में रहकर ही गुरु साहिब की बाणी सुखमनी साहिब के पाठ किये।इस मौके पर दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि आज पूरी दुनिया ने सिखों द्वारा मानवता के लिए की जा रही सेवा की प्रशंसा की है व इस सेवा के लिए सिखों को शिक्षा श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी और सिख गुरु साहिबानों के उपदेशों से मिली है। उन्होंने कहा कि जो उपदेश गुरु नानक देव जी ने 20 रूपये से भूखे साधूओं को भोजन छका कर दिया था, आज पूरी सिख कौम जिसकी गिनती दुनिया में बहुत कम है, उस उपदेश के अनसुार ही कोरोना के इस संकट के समय दुनिया भर में अलग-अलग मुल्कों में मानवता की सेवा कर भोजन छका कर गुरु साहिब के आदेशों का पालन कर रही है।
उन्होंने कहा कि जहां सिख कौम इस सेवा के लिए पहचानी गई है वहीं सिख कौम सिमरन के लिए , सहनशीलता के लिए व अपने हौंसले के लिए भी पहचानी गई है।
दिल्ली कमेटी अध्यक्ष ने कहा कि गुरु के सिख को हमेशा गुरु साहिब के प्रति सच्चा विश्वास रहा है वह हमेशा जरूरतमंदों की सेवा के लिए खड़ा हुआ है व जरूरत पड़ने पर वह अपनी जान कुर्बान करने से भी पीछे नहीं हटता। उन्होंने कहा कि गुरु के सिख का कभी किसी से वैर नहीं होता और वह सब्र व संतोष का धारणी होता है।उन्होंने कहा कि इस सेवा भावना व कुर्बानी का जज़्बा गुरु अर्जन देव जी की शहादत से मिलता है। उन्होंने सभी सिखों को गुरु साहिबान द्वारा दर्शाये मार्ग पर चलने का निमंत्रण भी दिया।


 

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