जीवन है अनमोल

(मंगल व्यास भारती)


संयम बरतें, रखें समझदारी, मिलजुल कर भगाएंगे कोरोना। मानव बुद्धि शील और विकास शील प्राणी है। मानव अविष्कार से दुनिया प्रगति पथ पर आगे बढ़ी।हमने सुई से हवाई जहाज तक के अविष्कार किये। विज्ञानं की प्रगति के साथ अपने अध्यात्मक की शक्ति को हम भूलते गए। इससे अध्यात्म का जलता चिराग मंद होता चला गया। मानव जीवन से नैतिकता,प्रमाणिकता और सादगी जैसे सदगुण निकलने लगे। इनका सबसे बड़ा हेतु गलत विचार हैं।आकाश में पक्षियों की तरह उड़ना, पानी में मछलियों की तरह तैरना और प्रकृति पर नियंत्रण करना विकास माना जाने लगा। प्रगतिनोर विकास की दौड़ में कोरोना जैसी महामारी से हमारा दो दो हाथ हुआ। देश के विकास में अपनी मेहनत से रंग भरने वाले हमारे अन्नदाताओं का उत्साह नाउम्मीदी की जगह मजबूत उम्मीद का भाव प्रकट कर रहे हैं। वहीं आधी आबादी का वह तबका जो अपनी अधिक उम्र के कारण स्वयं कई कठिनाइयों का सामना कर रही है, उनके अंदर भी कोरोना संक्रमण काल में सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का संकल्प स्पष्ट रूप से प्रतीत हो रहा है।
 कोरोना से सबसे ज्यादा परेशां  हमारे देश का मेहनतकश  प्राणी मज़दूर हुआ।रोजी रोटी के लिए जो मजदूर अपने गांव से शहर बसे उन्हें मजबूर कर भूख प्यास के आधीन कर घायल कर दिया, कुछ सोच जो कहां से कहां जाकर रहने को मजबूर थे वो आजकल दिल पर पत्थर रखकर अपनी कमाई भूलकर अपने अपने घर पहुंचने कि ताबड़तोड़ जुटे हैं। कोरोना ने मज़दूर को बहुत बेबस कर दिया।जीवन को कुछ समझ कुछ दिल से सोच, कैसे हालात बना दिये, बहुत तूने बेबस कर दिया। किसी के दिल में अपनापन चंदरूप में भी ना छोड़ा।  मुश्किल भरीजिंदगी बनाकर रख दी है।कहीं भी देखे वहीं तेरा खौफ सड़कें भी चिखने चिल्लाने लगी है जाने, गलियां सूनी चौराहे सूने, देखे। कोरोना का कोहराम सर्वत्र देखा गया।  इंसानियत का खून होते भी इस दौरान देखा गया।  ऐसा वीभत्स दृश्य इससे पूर्व कभी नहीं देखा। और तो क्या कहूं सच तूने सभी वैज्ञानिकों का भी होस उड़ा दिया, और दिखा दिया, कि सब जीवों का यहां अधिकारहैं। सिर्फ इंसान ही नहीं है, जो धरा पर अपने सुख चैन पैसे के लिए
ही बना सब भूला दिया। लेकिन मूक जीवों को जीने का भी अधिकार बतला दिया,उस ईश्वर ने सबको अन्नजल हवा बराबर दिया, धरा पर स्वछंद विचरण करने की आजादी है, अपना जीवन स्वच्छ सुंदर कर गंगा जमुना आदि नदियां भी साफ सुथरी हो गई।डॉक्टर, सिपाही सफाई कर्मी  सभी को अपनापन सिखा दिया।कोरोना की महामारी को सब मिलजुल कर ही भगा सकते है। आओ प्रण करे।  घर में रहेंगे , सुरक्षित रहेंगे साथ ही मुश्किल में फंसे भाई बहनों की मदद करेंगे।